किसी को महिला विरोधी बताने से पहले अपना घर देखे राजद

 



जिस पार्टी के विधायक नाबालिग से बलात्कार जैसा अपराध करते हैं, वे दूसरे को महिला विरोधी बता रहे'


 

पटना. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद को किसी दूसरे को महिला विरोधी बताने से पहले अपना घर देखने की नसीहत दी है। गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि जिस पार्टी की सियासी सरपरस्ती मिलने से राजबल्लभ यादव और अरुण यादव जैसे लोग विधायक बनने पर जनता की सेवा करने के बजाय गरीबों की नाबालिग बेटियों से बलात्कार जैसा अपराध करते हैं, वे दूसरे को महिला विरोधी बता रहे हैं। राजद के दो विधायक जब लालू परिवार की पीड़ित बहू के खिलाफ बयान देते हों, तब बिहार की आम बेटी-बहू इनसे क्या उम्मीद कर सकती है? उन्होंने राजद से पूछा है कि वह बताए कि महिला रिजर्वेशन बिल की कापी किसने फाड़ी थी?


मोदी ने कहा कि राजद ने महागठबंधन के घटक दलों से राय लिए बिना 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए जिन्हें सीएम- प्रत्याशी घोषित किया, उनपर किसी दल का विश्वास नहीं। वे पिछले 32 महीनों में विरोधी दल के नेता के रूप में कोई भरोसेमंद छवि नहीं बना सके। बगैर नाम लिए विपक्ष के नेता तेजस्वी को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि राजद के बड़े नेता चमकी बुखार और बाढ़ जैसी आपदा के समय जनता के बीच नहीं दिखे। सदन में जनहित का एक भी सवाल न पूछने वाले नेता केवल सोशल मीडिया पर सक्रिय रहे। ऐसे ट्विटर ब्वाय के नेतृत्व में लोकसभा का चुनाव लड़ने पर पार्टी जीरो पर आ गई। अब उन्हें नेता मानने से कांग्रेस ने भी इनकार कर दिया है। लालू परिवार में पावर वार के साथ-साथ तलाक और घरेलू हिंसा को लेकर दायर मुकदमों से भी राजद के युवराज की हताशा बढ़ी है।